प्रिय सुंदरी,
खत की सुरुआत कैसे करू कुछ समझ नहीं आ रहा है। चलो सबसे पहले, मैं चाहता हूँ कि तुम हमेशा खुश रहो, मुस्कुराती रहो, और जिंदगी को प्यार और सुकून से जियो। शायद यह खत हमारे बीच की आखिरी बातचीत हो, लेकिन मैं चाहता हूँ कि यह किसी दर्द, ग़म या शिकायत का हिस्सा न बने। यह सिर्फ एक सुकून भरी विदाई हो, जिसमें कोई शिकवा न हो, कोई पछतावा न हो- बस ढेर सारी अच्छी यादें हों।
हमारी कहानी खास थी, लेकिन हर कहानी की अपनी एक मंज़िल होती है। हमारी राहें अब अलग हो चुकी हैं, और मैं नहीं चाहता कि हमारे अतीत तुम्हारे नए जीवन में कोई मुश्किल खड़ी करे। मैं जानता हूँ कि जब कोई पति अपनी पत्नी के अतीत को लेकर परेशान होता है, तो उसका असर सिर्फ दो लोगों पर नहीं, बल्कि पूरे परिवार पर पड़ता है। आजकल कई परिवार सिर्फ इसी वजह से टूट रहे हैं, पति-पत्नी के रिश्ते में दरारें आ रही हैं, और कुछ लोग इस बोझ को सहन न कर पाने के कारण गलत कदम तक उठा रहे हैं।
मैं नहीं चाहता कि हमारी अतीत तुम्हारे वर्तमान को प्रभावित करे। मैं नहीं चाहता कि तुम्हारा पति किसी भी वजह से परेशान हो या तुम्हारे रिश्ते में अविश्वास की कोई जगह बने। इसलिए, मैं खुद को तुम्हारी ज़िंदगी से पूरी तरह अलग कर रहा हूँ—बिना किसी झगड़े के, बिना किसी मनमुटाव के। यह फैसला इसलिए नहीं कि मैं तुमसे नाराज़ हूँ, बल्कि इसलिए कि मैं तुम्हारी ज़िंदगी को आसान बनाना चाहता हूँ।
तुम्हारी बेटी, जो अब तुम्हारी दुनिया है, वह तुम्हारी सबसे बड़ी ताकत बनेगी। उसे देखकर तुम हमेशा मुस्कुराओगी, और यही मुस्कान तुम्हारी सबसे बड़ी पहचान होगी। मैं जानता हूँ कि उसकी मासूमियत तुम्हारे हर दर्द को मिटा देगी, और मैं चाहता हूँ कि तुम उसे वो सारी खुशियाँ दो, जिनकी वह हकदार है। वह तुम्हारी ताकत बने, तुम्हारा गर्व बने।
मुझे पता है कि तुम्हारे गर्भ में जो नन्हीं जान पल रही है, उसमें मेरा भी अंश है। यह सोचकर दिल भारी हो जाता है कि मैं उसे अपनी बाहों में नहीं ले पाऊँगा, उसके पहले कदम नहीं देख पाऊँगा, उसकी हँसी नहीं सुन पाऊँगा। लेकिन मेरी दुआएँ हमेशा उसके साथ रहेंगी। वह एक प्यारा, सुंदर और नेकदिल इंसान बने, यही मेरी ख्वाहिश है। मैं चाहता हूँ कि वह तुम्हारे जीवन का सबसे अनमोल उपहार बने, और कभी किसी बोझ की तरह महसूस न हो। उसे यह एहसास कभी मत होने देना कि वह अधूरी कहानी का हिस्सा है- बल्कि उसे यह सिखाना कि वह प्यार और ममता से भरी दुनिया में आई है।
हमारे रिश्ते की सबसे बड़ी खूबसूरती यही होगी कि हम इसे बिना किसी कड़वाहट के खत्म करें। मैं तुम्हें पूरे दिल से आज़ाद कर रहा हूँ, ताकि तुम अपने नए जीवन को पूरी सच्चाई और ईमानदारी से जी सको। तुम्हारा पति तुम्हारी दुनिया है, और मैं चाहता हूँ कि तुम उसे पूरी तरह से अपनाओ। मैं चाहता हूँ कि तुम्हारा रिश्ता बिना किसी शक, बिना किसी डर और बिना किसी अतीत की छाया के आगे बढ़े।
अगर कभी मेरी याद आए, तो बस यह सोचकर कि मैंने तुम्हारे लिए सिर्फ दुआएँ माँगी हैं। अगर कभी हमारी बातें याद आएँ, तो बस यह मानकर कि वो पल खूबसूरत थे, और हमेशा खूबसूरत रहेंगे।
अब मैं तुमसे विदा लेता हूँ- बिना किसी शिकायत के, बिना किसी ग़म के, बस एक सच्चे दोस्त की तरह जो चाहता है कि तुम हमेशा खुश रहो।
आज हम अलविदा कह रहे हैं, लेकिन बिना किसी दर्द के, बिना किसी शिकायत के। ये अलविदा बस शब्दों का है, यादों का नहीं। मैं हमेशा तुम्हारी खुशियों की दुआ करूँगा, और उम्मीद करता हूँ कि तुम भी मेरे लिए यही करोगी।
खुश रहना, मुस्कुराते रहना, और अपनी ज़िंदगी को खुलकर जीना।
तुम्हारा अतीत, जो तुम्हें सिर्फ खुश रहने की दुआ देता रहेगा।
Note:- यह पत्र लेखक के मात्र कल्पना है, इसे सच मत मान लेना अगर किसी के कहानी से मेल खाता है तो इसे मात्र संजोग समझना.........