दूर आसमाँ में छुप गई हो, माँ।
मुझसे दूर क्यों हो गई हो, माँ ?
सबकुछ है, आप नहीं हो, माँ।
बेरंग हुई जिंदगी, सब खो गया, माँ ।
आपसे जुदाई ऐसे हो गई, माँ।
हर पल दर्द के सागर में हूँ, माँ ।
एक टीस मुझे झकझोरती रहती है, माँ।
एक नज़र देखने को बेताब हूँ, माँ ।
बेचैन मन हर वक्त बेक़रार है, माँ।
आवाज़ कब से आपकी सुनी नहीं, माँ।
आप तक पहुँचना मुश्किल है, माँ।
आप माँग लो इजाजत ख़ुदा से, माँ।
आ जाओ मिलने एक बार तो माँ।
क्या मेरे जज्बात से अनजान हो, माँ ?
इतनी अजनबी क्यों हो गई हो, माँ ?
दूरियाँ इतनी क्यों बना गई हो, माँ ?
दूर आसमाँ में छिप गई हो, माँ ।
मुझसे दूर क्यों हो गई हो, माँ ?