औरत सिर्फ जिस्म और शक्ल से ही खूबसूरत नहीं होती बल्कि वो इसलिए भी खूबसूरत होती है क्योंकि... प्यार में ठुकराने के बाद भी किसी मर्द पर तेजाब नहीं फेंकती। उनकी वजह से कोई पुरुष दहेज में प्रताड़ित होकर फाँसी नहीं लगाता। उनकी वजह से लड़कों को आने जाने का रास्ता नहींं बदलना पड़ता! वो राह चलते लड़कों पर अभद्र टिप्पणीयाँ नहीं करती। वो देर से घर आने वाले पति पर शक नहीं करती बल्कि चिंता करती रहती है। वो छोटी छोटी बातों पर अपने जीवन साथी पर हाथ नहीं उठाती। वो अपने बच्चों के उज्जवल भविष्य की खातिर हालातों से समझौता भी कर जाती है। वो रिश्ते निभाना जानती है इसलिए रिश्तों में जीना चाहती है।
वो दिलों को जीतना चाहती है प्यार पाना चाहती है और प्यार देना चाहती है। वो हमसफर हमकदम बनाना चाहती है इसलिए औरतें सिर्फ शक्ल सूरत और जिस्म से ही खूबसूरत नहीं होती। वो एक सुंदर मन होती है जिसे देखने के लिए एक सुंदर नजर होनी चाहिए। आज से ठीक 1 वर्ष पहले मैं इसी लेखनी को दर्शाया था फिर से आज दर्शा रहा हूँ इसलिए पुरूष आप समझे एक देवी स्वरूप स्त्री को सभ्य पुरुष को दंडवत प्रणाम.......