तुम पर गुलाबी रंग जचता है।
इसलिए नहीं कि तुम एक लड़की हो।
बल्कि इसलिए कि जब तुम खुश होती हो तो,
तुम्हारे गाल के रंग के साथ मैच करता है।
ये जो जुल्फें तुम्हारे माथे से लटकते हुए आंखों पर अटकती है ना।
तो बिलकुल ऐसा लगता है कि जैसे चांद पर एक खूबसूरत सी दाग हो।
जिसे मैं रात को घण्टों निहारा करता हूँ।
तुम्हें देखकर किसी को इश्क क्या, इश्क के बाप हो जाए यार।
मुझे नहीं पता कोई तुम्हारे लिए चांद - तारे तोड़कर लाया पाएगा या नहीं ।
हां अगर मैं होता तो जब तुमको अमरूद खाने का मन होता तो,
पेड़ से अमरूद तोड़कर जरूर लाता।
या तुमको जब आइसक्रीम खाने का मन होता तो,
भागकर अमूल के ठेले से तुम्हारे लिए आइसक्रीम लाता।
या तुम्हारे दर्द वाले दिनों में वाटरबैग में तुम्हारे लिए गर्म पानी करके,
तुम्हारे सिरहाने बैठकर तुमको अपनी सारी कहानी पढ़ कर सुनता।
अब एक आखिरी बात.....
जब भी तुमको देखते हैं,
तब हमारे दिल मे एक ही शायरी घूमता रहता है
तो अर्ज है....!
“एक ही ख्वाब देखा है हर बार मैंने।
मेरे घर की चाभियाँ उलझी हो तेरी साड़ियों में।।”